tag:blogger.com,1999:blog-6953374982088960088.post240832371084766030..comments2023-09-10T07:58:02.211-07:00Comments on मन का पाखी: कच्चे बखिए से रिश्तेrashmi ravijahttp://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comBlogger27125tag:blogger.com,1999:blog-6953374982088960088.post-58102603575383880752010-12-28T10:57:27.235-08:002010-12-28T10:57:27.235-08:00कहानी बहुत रोचक लग रही है ! वास्तविक जीवन में कभी-...कहानी बहुत रोचक लग रही है ! वास्तविक जीवन में कभी-कभी ऐसे लोगों से मुलाक़ात हो जाती है जिन्हें ना तो पूरी तरह से नकारा जा सकता है ना ही झेला जा सकता है ! आगे की कड़ी की अधीरता से प्रतीक्षा रहेगी ! आपने बहुत उत्सुकता जगा दी है ! बहुत इंतज़ार मत करवाइयेगा !Sadhana Vaidhttps://www.blogger.com/profile/09242428126153386601noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6953374982088960088.post-6408187769899398692010-12-26T21:03:12.123-08:002010-12-26T21:03:12.123-08:00लो जी फिर से बीच मझधार में छोड दिया.
दी plz plz p...लो जी फिर से बीच मझधार में छोड दिया. <br />दी plz plz plz जल्दी से कहानी पूरी करो नाSaurabh Hoonkahttps://www.blogger.com/profile/10771854254305269532noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6953374982088960088.post-80749129371013766792010-12-26T12:38:15.202-08:002010-12-26T12:38:15.202-08:00सच कहूँ? इस कहानी कि शुरुवात बहुत बोरिंग थी.. अभी ...सच कहूँ? इस कहानी कि शुरुवात बहुत बोरिंग थी.. अभी तक जहाँ तक आपने लिखा है, उसके आधे तक मैं जबरदस्ती पढ़ा हूँ.. अलबत्ता आधे के बाद का हिस्सा बेहद रोचक रहा.. और जहाँ आपने छोड़ा वह तो गजब का टर्निंग प्वाईंट है.. अब आगे का इन्तजार!!! :)PDhttps://www.blogger.com/profile/17633631138207427889noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6953374982088960088.post-1842787141803080122010-12-26T10:21:51.939-08:002010-12-26T10:21:51.939-08:00जिंदगी के इस अकेलेपन से मैं खुद गुजरा हूँ.
रश्मिजी...जिंदगी के इस अकेलेपन से मैं खुद गुजरा हूँ.<br />रश्मिजी मेरी सहानुभूति रूपा के पति के साथ है.Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/13199219119636372821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6953374982088960088.post-74355473805666921142010-12-25T22:39:06.669-08:002010-12-25T22:39:06.669-08:00janm din ki bahut bahut badhai evam shubh-kaamnaay...janm din ki bahut bahut badhai evam shubh-kaamnaayenसंजय कुमार चौरसियाhttps://www.blogger.com/profile/06844178233743353853noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6953374982088960088.post-76384631407376766682010-12-25T22:11:54.800-08:002010-12-25T22:11:54.800-08:00रश्मि जी जन्म दिन की बहुत बहुत बधाई हो ..............रश्मि जी जन्म दिन की बहुत बहुत बधाई हो ............amar jeethttps://www.blogger.com/profile/09137277479820450744noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6953374982088960088.post-51152787811947418162010-12-25T21:30:52.335-08:002010-12-25T21:30:52.335-08:00रश्मी जी कहानी बहुत ही अच्छी है और अगले अंक की प...रश्मी जी कहानी बहुत ही अच्छी है और अगले अंक की प्रतीक्षा रहेगी. शायद वीरेंद्र के जिन्गदी में अगले अंक में कुछ अच्छा हो. पहली बार आपके ब्लॉग पर आया हूँ . अच्छा लगा. फालो क़र लिया हूँ इसलिए आपके कहानियों से मुलाकात होती रहेगी.<br /><a href="http://srijanshikhar.blogspot.com/2010/12/blog-post_26.html" rel="nofollow">फर्स्ट टेक ऑफ ओवर सुनामी : एक सच्चे हीरो की कहानी</a>उपेन्द्र नाथhttps://www.blogger.com/profile/07603216151835286501noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6953374982088960088.post-89321925021681638832010-12-25T09:59:47.278-08:002010-12-25T09:59:47.278-08:00hmm, chaliye yahan tak ki kahani padh li, ab aage ...hmm, chaliye yahan tak ki kahani padh li, ab aage dekhein kaise kya mod aate hain, uske bad hi kuchh kaha ja sakta hai.....Sanjeet Tripathihttps://www.blogger.com/profile/18362995980060168287noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6953374982088960088.post-36607221477260733082010-12-25T05:00:32.430-08:002010-12-25T05:00:32.430-08:00जारी...
पूरी पढ़ लें तो टिपियायें ,फिलहाल घुघूती ब...जारी...<br />पूरी पढ़ लें तो टिपियायें ,फिलहाल घुघूती बासूती से सहमत !उम्मतेंhttps://www.blogger.com/profile/11664798385096309812noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6953374982088960088.post-19710359024517445532010-12-25T00:22:01.717-08:002010-12-25T00:22:01.717-08:00intjaar agle bhaag kaintjaar agle bhaag kaसंजय कुमार चौरसियाhttps://www.blogger.com/profile/06844178233743353853noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6953374982088960088.post-56974905604816828852010-12-24T21:40:58.168-08:002010-12-24T21:40:58.168-08:00वैसे तो गलत होने का काफ़ी अनुभव है मुझे, पर फिर भी...वैसे तो गलत होने का काफ़ी अनुभव है मुझे, पर फिर भी, अगर कविता से लौटूं तो क्या ये कहानी..<br />"क्या ये तारे <br />हमेशा ही इतनी ख़ुशी से चमकते रहते हैं?"<br /><br />--- पर रुकी है?<br />आगे क्या हुआ?<br /><br />प्रतीक्षा रहेगी.Avinash Chandrahttps://www.blogger.com/profile/01556980533767425818noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6953374982088960088.post-60207682806980242112010-12-24T20:20:31.218-08:002010-12-24T20:20:31.218-08:00मन खुश हो गया मन का पाखी पर नयी कहानी देख कर. अलग ...मन खुश हो गया मन का पाखी पर नयी कहानी देख कर. अलग सी कहानी लग रही है, उदासी लिए हुए , पर उदासी भी तो जीवन का एक हिस्सा है, ......आगे की कहानी का इंतज़ार है..Sarika Saxenahttps://www.blogger.com/profile/07060610260898563919noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6953374982088960088.post-33135704850320866792010-12-24T17:17:36.249-08:002010-12-24T17:17:36.249-08:00आगे की कहानी शायद मुझे पता है :):), फिर भी तुम्हार...आगे की कहानी शायद मुझे पता है :):), फिर भी तुम्हारी पोस्ट का इन्तजार करुँगी ...क्या पता मेरी सोच से कुछ अलग हो ....वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6953374982088960088.post-74139424118123616182010-12-24T12:57:52.737-08:002010-12-24T12:57:52.737-08:00arree wah ek aur rochak kahani...agali kadi ka int...arree wah ek aur rochak kahani...agali kadi ka intjar hai jaldi jaldi likhiyega.Shubham Jainhttps://www.blogger.com/profile/11736748654627444959noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6953374982088960088.post-653075087870162592010-12-24T10:26:59.147-08:002010-12-24T10:26:59.147-08:00ये सच है कि कहानी रूक-रूक कर पढ़ी। व्यस्तता की वजह...ये सच है कि कहानी रूक-रूक कर पढ़ी। व्यस्तता की वजह से जाना पड़ता था, मगर सारे शब्द चारों तरफ घूमते रहते थे। कहानी की शुरुआत में ही पता चलता है कि कुछ गहरी चोट लगी है। शुरू में रुला भी रही थी।<br />आज घर में वो अकेली थी..जबरदस्ती मुस्कुराने का नाटक करने की जहमत पल्ले नहीं थी...<br /><br />पर आखिर तक आते-आते मेरा मूड खराब हो गया। आप समझ सकती हैं क्यूं...। बाकि सब बाद में।रवि धवनhttps://www.blogger.com/profile/04969011339464008866noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6953374982088960088.post-50162844381017182662010-12-24T09:54:23.912-08:002010-12-24T09:54:23.912-08:00काली कॉफी के साथ उदासी का राज़ समझ आया ...
बहुत स...काली कॉफी के साथ उदासी का राज़ समझ आया ...<br /><br />बहुत संवेदनशील चल रही है कहानी ..लेकिन शीर्षक कुछ और कह रहा है ...अब आगे का इंतज़ार है ..संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6953374982088960088.post-27055432717389501122010-12-24T08:41:48.475-08:002010-12-24T08:41:48.475-08:00बहुत कसी हुई और रोचक अंदाज में लिखी गई कहानी है।
...बहुत कसी हुई और रोचक अंदाज में लिखी गई कहानी है। <br /><br /> शानदार।सतीश पंचमhttps://www.blogger.com/profile/03801837503329198421noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6953374982088960088.post-23587754908394200382010-12-24T08:24:05.345-08:002010-12-24T08:24:05.345-08:00रश्मि मै तो एक जनवरी के बाद ही कुछ पडः पाऊँगी इसे ...रश्मि मै तो एक जनवरी के बाद ही कुछ पडः पाऊँगी इसे बुक मार्क कर लिया है। धन्यवाद।निर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6953374982088960088.post-33380735315476023852010-12-24T08:18:40.260-08:002010-12-24T08:18:40.260-08:00जी अभी वो बच्चे का ओर बीबी का गम नही भुला इस लिये ...जी अभी वो बच्चे का ओर बीबी का गम नही भुला इस लिये एक दम से चुपचाप ओर अकेला रहना चाहता होगा धीरे धीरे हालात सुधर जायेगे, शयद कोई साथी मिल जाये जो जख्मो पर मरहम लगा दे.. जीवन फ़िर से चल पडेगा, लेकिन यादें??<br />आप का धन्यवाद इस रोचक कहानी के लियेराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6953374982088960088.post-3710182478865901632010-12-24T07:34:37.952-08:002010-12-24T07:34:37.952-08:00Baandh liya hai kahani ne...agali kadee ka intezaa...Baandh liya hai kahani ne...agali kadee ka intezaar hai.kshamahttps://www.blogger.com/profile/14115656986166219821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6953374982088960088.post-33210659973793217892010-12-24T07:16:37.794-08:002010-12-24T07:16:37.794-08:00मार्मिकता को छूती हुई कहानी.शुरू की पंक्तियों में ...मार्मिकता को छूती हुई कहानी.शुरू की पंक्तियों में काव्य रस सुन्दर है.<br />एक जगह आपने वीरेंदर की जगह दीपक लिख दिया है ठीक कर लें.shikha varshneyhttps://www.blogger.com/profile/07611846269234719146noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6953374982088960088.post-180631867720647182010-12-24T07:00:46.020-08:002010-12-24T07:00:46.020-08:00पूरा पढ़ लें। आधे में लाकर टाँग देना ठीक नहीं।पूरा पढ़ लें। आधे में लाकर टाँग देना ठीक नहीं।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6953374982088960088.post-17920446687133961942010-12-24T06:56:19.959-08:002010-12-24T06:56:19.959-08:00मानवीय रिश्तों के ऊपर लिखी यह कहानी एक दर्दनाक हाद...मानवीय रिश्तों के ऊपर लिखी यह कहानी एक दर्दनाक हादसे के बाद रोचक मोड़ पर है। अगली कड़ी की प्रतीक्षा है!मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6953374982088960088.post-80650720669278112772010-12-24T06:31:02.165-08:002010-12-24T06:31:02.165-08:00अरे यार , ये किस मोड पर लाकर कहानी रोक दी…………सांसे...अरे यार , ये किस मोड पर लाकर कहानी रोक दी…………सांसें अटक गयी हैं। जल्दी लगाना अगला भाग्।vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6953374982088960088.post-27011149941571441362010-12-24T05:33:48.667-08:002010-12-24T05:33:48.667-08:00रोचक. लगता है कठिनाई बढने वाली है.
घुघूती बासूतीरोचक. लगता है कठिनाई बढने वाली है.<br />घुघूती बासूतीghughutibasutihttps://www.blogger.com/profile/06098260346298529829noreply@blogger.com