tag:blogger.com,1999:blog-6953374982088960088.post6539692148300473650..comments2023-09-10T07:58:02.211-07:00Comments on मन का पाखी: कच्चे बखिए से रिश्ते (समापन किस्त )rashmi ravijahttp://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comBlogger77125tag:blogger.com,1999:blog-6953374982088960088.post-51739871388219993382014-06-04T23:16:13.579-07:002014-06-04T23:16:13.579-07:00Aise logo se paala na hi pare to behtar hai..Mai V...Aise logo se paala na hi pare to behtar hai..Mai Virendra ko 2 naam dena chahungi.."Chipku aur behuda"...Ghinn aa rahi hai us character se mujhe...Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/13952382135237734573noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6953374982088960088.post-5690903193813009272014-05-20T22:01:10.870-07:002014-05-20T22:01:10.870-07:00एक साँस में दोनों किस्तें पढ़ डाली कहानी की...| बहु...एक साँस में दोनों किस्तें पढ़ डाली कहानी की...| बहुत सहज प्रवाह था...मनोद्वंद...राजनीति...दोहरा चरित्र...सब साफ़ नज़र आया इसमें...| पहली पंक्ति से अंतिम तक बांधे रही कहानी...इसके लिए बधाई...दिल से...|<br />रिश्ते हर तरह के मिलते हैं...| बहुत बार जिसे दिल से बहुत अपना माँ लो, वही पीठ में छुरा घोंपने के लिए लाइन में सबसे आगे खडा नज़र आता है...| पर फिर भी मेरा अपना मानना है कि चंद लोगों की वजह से हम सच्चे रिश्तों के लिए मन में शक नहीं ला सकते...| बाकी तो वक़्त असली-नकली का भेद खोल ही देता है...|<br />एक बार फिर अपने सशक्त लेखन पर मेरी बधाई...|प्रियंका गुप्ता https://www.blogger.com/profile/10273874634914180450noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6953374982088960088.post-79892731817371178552012-04-23T19:16:46.108-07:002012-04-23T19:16:46.108-07:00@ बेशक सभी रिश्ते.... कच्चे बखिए से होते हैं... हम...@ बेशक सभी रिश्ते.... कच्चे बखिए से होते हैं... हम ही हैं जो उनके पक्का होने का भ्रम पाल लेते हैं... <br />ऐसा मत कहिये मीनाक्षी जी! सारे रिश्ते एक से नहीं होते क्योंकि सारे लोग एक से नहीं होते। सरदार भगत सिंह का इस देश के साथ जो रिश्ता था उसे कच्चा कहेंगे क्या? सारे तो नहीं पर कुछ हैं ऐसे जो ताउम्र रिश्तों की मर्यादा बना कर रखते हैं।बस्तर की अभिव्यक्ति जैसे कोई झरनाhttps://www.blogger.com/profile/11751508655295186269noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6953374982088960088.post-23182653077920582612012-04-23T10:48:30.312-07:002012-04-23T10:48:30.312-07:00पूजा ने अपनी नइ पोस्ट में लिखा है कि कवि नहीं लिखत...पूजा ने अपनी नइ पोस्ट में लिखा है कि कवि नहीं लिखता कविता को बल्कि कविता लिखती है कवि को। आज यह कहानी पढ़ने के बाद फिर पूजा की बात याद आ गयी। और मैं पूरे भरोसे के साथ कह सकता हूँ कि रश्मि ने नहीं लिखी यह कहानी बल्कि कहानी ने लिखा है रश्मि को।बस्तर की अभिव्यक्ति जैसे कोई झरनाhttps://www.blogger.com/profile/11751508655295186269noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6953374982088960088.post-81787869391679771562011-06-11T17:04:50.916-07:002011-06-11T17:04:50.916-07:00nice thoughtful storynice thoughtful storySMhttps://www.blogger.com/profile/08421656022621802223noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6953374982088960088.post-84677641495952668532011-05-30T08:33:33.689-07:002011-05-30T08:33:33.689-07:00बेशक सभी रिश्ते.... कच्चे बखिए से होते हैं... हम ह...बेशक सभी रिश्ते.... कच्चे बखिए से होते हैं... हम ही हैं जो उनके पक्का होने का भ्रम पाल लेते हैं...मीनाक्षीhttps://www.blogger.com/profile/06278779055250811255noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6953374982088960088.post-71066967641894792472011-05-02T03:06:36.121-07:002011-05-02T03:06:36.121-07:00GG Shaikh अपनी टिप्पणी नहीं पोस्ट कर पा रहे...
उन...<b>GG Shaikh अपनी टिप्पणी नहीं पोस्ट कर पा रहे...<br /><br />उनकी मेल से प्राप्त टिप्पणी </b><br /><br /> रश्मि जी,<br /> सभी चरित्रों को उनकी खूबियों और कमियों के साथ तुम कहानी में उभर पाई हो.<br /> सपाट बयानी पर प्रस्तुति की सरलता पढ़ने वाले को बराबर बांधे रखे. बिना बोर किए...<br /> सरिता का संयत और सक्षम चित्र उभरा है कहानी में, जिनके प्रति हमारे मन में <br /> भी अनुकंपा, संवेदना और पक्षधरता रही है. सरिता में कटुता और उद्वेग नहीवत..तभी तो <br /> उनके व्यक्तित्व की गरिमा बनी है. .. और यहाँ पर तुम भी सफल रही हो... बतौर<br /> लेखिका.<br /> <br /> कहानी में, वीरेंदर, कृष्णा और अन्य सभी उन्ही के अपने-अपने परिप्रेक्ष में देखे पहचाने जा सके.<br /> शिक्षण जगत की अंदरूनी विडम्बनाएँ, टोर्चर्स, पोलिटिक्स, दिखावटी संबंध, ईर्ष्या-द्वेष इत्यादि की<br /> बारीकियां यहाँ उजागर हुई है...जोकि कहानी में कॉलेज-केम्पस के वैसे माहौल की कुछ-कुछ<br /> कमी भी रही...पर किस्सागोई लयबद्ध और तरल...<br /> <br /> कुंठित, मर्यादित, प्रतिभाहीन, लाघुताग्रंiथी ग्रस्त, कूपमंडूक... ऐसे लोगों का किसी अन्य ग्रुप और<br /> जमावड़े में होना स्वाभाविक है, वही उनके छिपने के ठिकाने हैं...आज भी हम देखते हैं कि<br /> ऐतिहासिक-धार्मिक सच्चारित्रों कि सुबह-शाम हम पूजा करें, पर अपने आसपास सह-जीवन जी<br /> रहे वैसे ही चरित्र वाले व्यक्ति को न तो हम पहचान पाए, और ना हीं उनका उचित सहयोग कर<br /> पाएँ या उन्हें पुरस्कृत करें...<br /> <br /> अपना एकाकीपन, अपनी जीवन सोच की गरिमा, अपना आनंद, अपना इंटरेस्ट<br /> बनाए रखे...शायद यहाँ कहीं-कभी अपना सा कोई दोस्त भी मिल जाए. और अगर<br /> न भी मिले तो भी हमारे अपने जीवन यापन में क्या फर्क पड़े ?<br /> <br /> अपनी बात सफलता से to the point रखी है...<br /> यह क्या कम है !!! धन्यवाद !rashmi ravijahttps://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6953374982088960088.post-3717074554529801132011-04-09T02:58:22.870-07:002011-04-09T02:58:22.870-07:00आप का लेखकीय कौशल बहुत अच्छा है, बस भगवान् से प्रा...आप का लेखकीय कौशल बहुत अच्छा है, बस भगवान् से प्रार्थना है आप अपने लेखन कार्य में रत रहें<br />शुभकामना सहित<br />दीपांकर पाण्डेयलाल कलमhttps://www.blogger.com/profile/10463937302054552696noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6953374982088960088.post-21201162958930124092011-03-26T17:13:11.498-07:002011-03-26T17:13:11.498-07:00सही लिखा है आपने दुनिया ऐसी ही होती है| धन्यवाद|सही लिखा है आपने दुनिया ऐसी ही होती है| धन्यवाद|Patali-The-Villagehttps://www.blogger.com/profile/08855726404095683355noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6953374982088960088.post-4719999246416027622011-03-25T17:53:01.066-07:002011-03-25T17:53:01.066-07:00खूबसूरत समापन किश्त रश्मि जी बधाई और सुंदर लेखन के...खूबसूरत समापन किश्त रश्मि जी बधाई और सुंदर लेखन के लिए शुभकामनाएं |जयकृष्ण राय तुषारhttps://www.blogger.com/profile/09427474313259230433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6953374982088960088.post-55686439702806374712011-03-24T21:18:30.233-07:002011-03-24T21:18:30.233-07:00कहानी पूरी पढ़कर सोंच रहे हैं सही लिखा है आपने दुन...कहानी पूरी पढ़कर सोंच रहे हैं सही लिखा है आपने दुनिया ऐसी ही होती है....बहुत अच्छी प्रस्तुतिamrendra "amar"https://www.blogger.com/profile/00750610107988470826noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6953374982088960088.post-29597901956856714392011-03-22T05:33:58.909-07:002011-03-22T05:33:58.909-07:00दुष्ट के साथ दुष्टता शायद उतनी मंहगी नहीं पडती जित...दुष्ट के साथ दुष्टता शायद उतनी मंहगी नहीं पडती जितनी भलाई.कुपात्र का भला न करना ही बेहतर है.<br />घुघूती बासूतीghughutibasutihttps://www.blogger.com/profile/06098260346298529829noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6953374982088960088.post-84395670419821541022011-03-18T06:51:48.795-07:002011-03-18T06:51:48.795-07:00आपको एवं आपके परिवार को होली की हार्दिक शुभकामनाये...आपको एवं आपके परिवार को होली की हार्दिक शुभकामनायें!rajesh singh kshatrihttps://www.blogger.com/profile/05830899015565164627noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6953374982088960088.post-31167868911941330952011-03-15T01:40:09.348-07:002011-03-15T01:40:09.348-07:00kahani bahut hi acchi thi...par kya wo kahani hi t...kahani bahut hi acchi thi...par kya wo kahani hi thi...vastav me hum sabhi kamkaji mahilaon aur mahilaon hi kyun purushon ko bhi aisi stithi ka samna karna padta hai...par shayad hum mahilayen kisi bhi chote-bade rishte ko zyada gambhirta se letin hain..aur isi liye humen zyada thes lagti hai aur zyada dukh bhi hota hai...Nehahttps://www.blogger.com/profile/01342785247243151659noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6953374982088960088.post-35712506353013386962011-03-11T22:35:28.759-08:002011-03-11T22:35:28.759-08:00होली की अपार शुभ कामनाएं...बहुत ही सुन्दर ब्लॉग है...होली की अपार शुभ कामनाएं...बहुत ही सुन्दर ब्लॉग है आपका....मनभावन रंगों से सजा...Santosh Pidhaulihttps://www.blogger.com/profile/08575692937513862747noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6953374982088960088.post-36446090686777298332011-03-10T18:22:00.134-08:002011-03-10T18:22:00.134-08:00bilku sach kaha aapne ...bilku sach kaha aapne ...Anilhttps://www.blogger.com/profile/01227033326147937166noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6953374982088960088.post-46389550776446656522011-03-10T00:54:27.459-08:002011-03-10T00:54:27.459-08:00bahut sundarbahut sundarRajendra Rathorehttps://www.blogger.com/profile/09244784857338804151noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6953374982088960088.post-85039037465266053612011-03-08T09:11:46.125-08:002011-03-08T09:11:46.125-08:00आपके ब्लॉग पर आकर अच्छा लगा. हिंदी लेखन को बढ़ावा ...आपके ब्लॉग पर आकर अच्छा लगा. हिंदी लेखन को बढ़ावा देने के लिए तथा पत्येक भारतीय लेखको को एक मंच पर लाने के लिए " भारतीय ब्लॉग लेखक मंच" का गठन किया गया है. आपसे अनुरोध है कि इस मंच का followers बन हमारा उत्साहवर्धन करें , साथ ही इस मंच के लेखक बन कर हिंदी लेखन को नई दिशा दे. हम आपका इंतजार करेंगे.<br />हरीश सिंह.... संस्थापक/संयोजक "भारतीय ब्लॉग लेखक मंच" <br /> हमारा लिंक----- www.upkhabar.in/हरीश सिंहhttps://www.blogger.com/profile/13441444936361066354noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6953374982088960088.post-47498535759550474572011-03-08T00:02:13.668-08:002011-03-08T00:02:13.668-08:00आज मंगलवार 8 मार्च 2011 के
महत्वपूर्ण दिन "अन...आज मंगलवार 8 मार्च 2011 के<br />महत्वपूर्ण दिन "अन्त रार्ष्ट्रीय महिला दिवस" के मोके पर देश व दुनिया की समस्त महिला ब्लोगर्स को "सुगना फाऊंडेशन जोधपुर "और "आज का आगरा" की ओर हार्दिक शुभकामनाएँ.. आपका आपनाSawai Singh Rajpurohithttps://www.blogger.com/profile/14297388415522127345noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6953374982088960088.post-14111253208461827672011-03-07T22:55:41.247-08:002011-03-07T22:55:41.247-08:00मानवीय संवेदना को आपने बडी कुशलता से शब्दों में बा...मानवीय संवेदना को आपने बडी कुशलता से शब्दों में बांधा है. कहानी का प्रवाह इसकी सशक्ता को प्रमाणित करता हैMohinder56https://www.blogger.com/profile/02273041828671240448noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6953374982088960088.post-10995096594879477872011-03-07T04:53:08.374-08:002011-03-07T04:53:08.374-08:00man ko baandhe rakhne me saksham, manviy sambandho...man ko baandhe rakhne me saksham, manviy sambandhon ka sookshm vishleshan karti pravahyut kahani.सुरेन्द्र सिंह " झंझट "https://www.blogger.com/profile/04294556208251978105noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6953374982088960088.post-29029168094690462782011-03-05T11:06:26.325-08:002011-03-05T11:06:26.325-08:00ऐसा ही होता है।ऐसा ही होता है।नीरज मुसाफ़िरhttps://www.blogger.com/profile/10478684386833631758noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6953374982088960088.post-85459208372609888062011-03-05T06:50:05.759-08:002011-03-05T06:50:05.759-08:00सशक्त चित्रण। किसी "बेचारे" को हर्ट होने...सशक्त चित्रण। किसी "बेचारे" को हर्ट होने का रोग लगा हो तो सहकर्मी क्या करा सकते हैं? दुःख की बात है कि ऐसे "बेचारे" अपने दुष्कृत्यों के बावज़ूद सारी सहानुभूति भी ले जाते हैं। लेकिन जब उनकी बीमारी दूसरों की ज़िंदगी में अनुचित दखल देने लगे तब तो कार्यवाही करनी ही पड़ेगी।Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6953374982088960088.post-89878805294572857252011-03-03T06:51:42.281-08:002011-03-03T06:51:42.281-08:00pahli baar blog per aya aur ek hi baar me poori ka...pahli baar blog per aya aur ek hi baar me poori kahani padh gya.....bahut hi achhi lagi.VIVEK VK JAINhttps://www.blogger.com/profile/15128320767768008022noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6953374982088960088.post-77940897802040442952011-03-01T07:07:13.800-08:002011-03-01T07:07:13.800-08:00वाह.. रश्मि जी... पढ़कर निःशब्द रह गया.. जीवन और र...वाह.. रश्मि जी... पढ़कर निःशब्द रह गया.. जीवन और रिश्तों के सच को जिस सहज तरीके से आपने सामने रखा है, लाजवाब है.. बहुत सहज-सरल शब्दों में इतना कुछ लिख डाला आपने.. <br />सच कई बार जीवन में ऐसा देखने को मिल जाता है, जब बहुत से भरोसेमंद रिश्ते चटकते से लगते हैं, और भावनाएं दरकती सी लगती हैं.. <br />यह इस भागती -दौड़ती ज़िन्दगी का ठहरा हुआ सच है..Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/13125315446648628836noreply@blogger.com